Tips for Effective Public Speaking in Hindi
आपभी मेरी तरह डरे बिना कॉन्फिडेंस के साथ स्टेज पर बोल पाएंगे | इन सारे स्टेप्स को न सिर्फ पढ़े किन्तु अलगसे नोट भी कर ले |
1) तैयारी करें :-
Effective Public Speaking मे, ये पहला और सबसे ज़रूरी पॉइंट है| आप जिस विषय पर, जिस जगह और जिस समूह के सामने स्पीच देने वाले हैं , उसके according आपकी तैयारी होनी चाहिए। तैयारी करने के लिए खुद को पर्याप्त समय दें, Google , अख़बारों , लाइब्रेरी का पूरा प्रयोग करें और जबरदस्त कंटेंट तैयार करें, मिरर के सामने उसकी practice करें, हो सके तो अपने speech की mobile recording कर के सुनें और गलितयों को सुधारें | याद रखें आप चाहे कितना अच्छा बोलना क्यों न जानते हों , अगर आपका कंटेंट अच्छा नहीं है तो बात नहीं जमेगी |
2) श्रोताओं से जुड़ें :-
यदि आप एक सफल वक्ता बनना चाहते हैं, हमेशा श्रोताओं से जुड़ने का प्रयास कीजिये, जब आप श्रोता को एक दोस्ताना माहौल देते हैं, उनके व्यवसाय, उनकी समस्याओं, की बात करते हैं तो श्रोता को कभी भी अकेलापन महसूस नहीं होता| आपकी जिंदगी के छोटे-छोटे किस्से और उनकी जिंदगी से जुड़ी बातें, छोटी-छोटी खुशियों के पल, जब आपकी भाषण के बीच में आते हैं तो श्रोता को आपको अपनाने में देर नहीं लगती| यदि आप श्रोताओं, संस्था या उस समाज की किसी विशिष्ट उपलब्धि की चर्चा उनके सामने करते हैं, तो प्रतिक्रिया में उनके मुँह खुले के खुले रह जाते हैं, क्योंकि वे सुनकर हैरान हो जाते हैं कि सब वक्ता को पता कैसे चला!
यदि आप पहले भी कभी उनके शहर में आ चुके हों तो उन बातों को दोहराइए, उस शहर के यादगार लम्हों को उनके सामने रखिये| उस स्थान के दुर्लभ स्मारकों की बात कीजिये| यदि उस अनगिनत की भीड़ में भी आप कुछ लोगों को जानते हों और वे प्रतिष्ठित हों, तो उनका आदरपूर्वक जिक्र कीजिये |
हमेशा ऐसी बातें करने का प्रयास कीजिये जैसे आप खुद उस शहर से बहुत दिनों से जुड़े हों, उन लोगों के प्रति आपके दिल में बहुत प्यार और स्नेह है और आप खुद भी उस शहर से बेहद प्यार करते हैं| ये बातें जितना अधिक आपके ह्रदय से निकलेंगी उतना ही श्रोता आपको पसंद करंगे , बनावटी बातें किसी को पसंद नहीं आतीं। और जितना ज्यादा श्रोता आपको पसंद करंगे, उतना ही अधिक वो आप पर विश्वास करेंगे |
3) Eye contact रखें :-
एक अच्छा Speaker speech देते वक़्त हमेशा audience की आँखों में देखता है , ऐसा करने से उसके self-confidence का पता चलता है। आप भी इस बात का पूरा ध्यान रखें कि आप इधर – उधर देखने की बजाये श्रोताओं को देखें | और ये भी ध्यान दें कि आप एक ही तरफ ये कुछ विशेष व्यक्तियों को ही नहीं देख रहे बल्कि बारी-बारी पूरे group से नज़र मिला रहे हैं |
4) ज़मीन से जुड़कर अपनी बात कहें :-
कुछ लोग स्टेज पर जाते ही खुद को बड़ा समझने लगते हैं और सुनने वाले को एकदम सामान्य! आप श्रोताओं को कभी खुद से कम मत आंकिये क्योंकि श्रोता आपको सुनने के लिए उपस्थित हैं इस कारण आप स्टेज पर खड़े हैं| बड़ी-बड़ी बातों से डींगें हांकने की जगह साधारण इंसान की तरह सामान्य शब्दों में अपनी बात श्रोताओं तक पहुंचाइए| इस बात का ध्यान मन में हमेशा होना चाहिए कि बड़ी-बड़ी और साहित्यिक बातें सिर्फ प्रशंसा के लिए अच्छी लगती हैं परन्तु सामान्य बातें सीधे श्रोता के दिल पर असर डालती हैं| बड़ा व्यक्ति जितना ज़मीन से जुड़कर बात कहता है उतनी ही ज्यादा वह प्रसिद्धि हासिल करता है |
5) हमेशा Positive रहें और श्रोताओं को उत्साहित करें:-
आपको जिस Topic पर Speech देने के लिए बुलाया गया है उस विषय पर हमेशा खुद को Positive रखिये| आपका पूरा उत्साह आपकी बातों और शरीर से झलकता हुआ प्रतीत होना चाहिए| आपने कभी नीलामी होते हुए जरूर देखा होगा, वहाँ मुख्य वक्ता किस तरह से पूरे उत्साह से भरकर बोली लगाता है कि देखते ही देखते वो सबको अपनी ओर इतना आकर्षित कर देता है कि लोग अपनी हैसियत से ऊँची बोली लगा बैठते हैं| जब भी आप अपना भाषण श्रोताओं तक पहुँचाने वाले हों तो स्वयं को उत्साह के चरम सीमा पर लेजाइये| आपका आत्मविश्वास और उत्साह लोगों के दिल में आपकी जगह सुरक्षित कर देगा |
6) Speech बिना देखे बोलें :-
अगर एक प्रभावी Trainer / Speaker बनना है तो आपको बिना देखे बोलना आना चाहिए | Of course आप अपने साथ कुछ Notes रख सकते हैं , या पूरा का पूरा भाषण भी type कर के ले जा सकते हैं | पर आपकी practice इतनी होनी चाहिए कि सुनने वाले को ये लगे कि आप बोल रहे हैं पढ़ नहीं रहे हैं |
Again, बिना देखे खराब भाषण देने से अच्छा है देख कर सही बातें बोली जाएं | इसलिए अगर आप बिना देखे बोलने में comfortable नहीं हैं तो किसी बड़े occasion पर इसे try करने के बजाये छोटे-मोटे अवसरों पर ऐसा करने का attempt कर सकते हैं| Practice से कुछ भी सीखा जा सकता है , इसलिए एक प्रभावशाली Public Speaker / Trainer बनने के लिए आपको बिना देखे बोलने की कला में पारंगत होना होगा |
7) निंदा से हमेशा बचें, प्रशंसा से दिल जीतें :-
श्रोताओं या उनसे जुड़ी चीजों की निंदा करने से बचें, ध्यान रखना चाहिए कि आपके मुँह से निकली बात सामने वाले पर पूरा प्रभाव डालेगी| कई बार हम किसी क्षेत्र और वहाँ की अव्यवस्थाओं पर कड़े और तीखे भरे स्वर में निंदा कर देते हैं, आप निंदा करके रातों -रात चीजों को बदल नहीं सकते , इसलिए किसी कमी पर ध्यान केंद्रित करने की बजाये उस कमी को दूर करने के उपायों पर बात करना सही होगा , और यही आपके श्रोताओं को भी अच्छा लगेगा।
श्रोताओं का दिल खोलकर वास्तविक प्रशंसा करें, क्योंकि प्रशंसा ही दिल को जीतने का सबसे अच्छा माध्यम है| श्रोता बहुत समझदार होते हैं , उन्हें मख्खनबाजी और वास्तविकता का फर्क बहुत अच्छे से पता होता है |
8) Humour का प्रयोग करें :-
अच्छे वक्ताओं का एक बहुत बड़ा हथियार होता है Humour / हास्य, भाषण में बीच -बीच में हास्य का प्रयोग श्रोताओं को बांधे रखता है और गंभीर विषयों को भी नीरस होने से बचाता है| हास्य का एक अहम पहलु है , “खुद पर हंसना”, ऐसा करना आपके व्यक्तित्व की विनम्रता को उजागर करता है| आपसे सम्बंधित कोई मजाकिया अनुभव श्रोताओं के बीच रखकर आप माहौल को खुशनुमा बना सकते हैं | और ये भी ध्यान रखें कि कभी किसी Religion, Political party, Race, Sex, Etc, को लेकर कोई मज़ाक न करें |
9) Time Limit में भाषण पूरा करें :-
कई बार लोग शुरुआत तो अच्छी करते हैं पर अपनी बात को इतना खींचते चले जाते हैं कि श्रोता बोर हो जाते हैं। कम शब्दों में अपनी बात कहना एक कला है , और एक अच्छा वक्ता इस बात को बखूबी जानता है| इसलिए आपको भाषण के लिए जितना समय दिया गया है उतने में ही अपनी बात पूरी करिये। याद रखिये एक अच्छा वक्ता वो नहीं होता जो सिर्फ अच्छी तरह भाषण शुरू करना जानता है , बल्कि वो वो होता है जो सही समय पर रुकना भी जानता है ।
10) अंत भला तो Speaker भला :-
Speech का अंत प्रभावशाली होना चाहिए | स्पीच के अंत में लोगों में जोश पैदा होना चाहिए, या उन्हें अच्छा feel होना चाहिए। आप कुछ शेरो-शlयरी, Inspiring Story या कोई अच्छा सा quote use कर सकते हैं। Speech को positive note पे end करना उसे यादगार बना देता है और लम्बे समय तक लोग Speaker को याद रखते हैं | अतः भाषण का अंत कैसे हो इसपर विशेष ध्यान दें |
Friends, आज आप चाहे जैसे भी वक्ता हों, Practice, Patience और Preparation से आप एक उच्च स्तर Motivational Speaker बन सकते हैं | तो चलिए इन बातों का ध्यान रखते हुए अपने efforts में जुट जाइए और महान वक्ताओं की श्रेणी में खुद भी शामिल हो जाइए |
Thanks & All the best!